राम नाम की लूट मची है लूट सके तो लूट
मंगलवार, 22 मार्च 2011
मोबाइल सेवादाताओं की खुली लूट जारी हे उनका नारा हे राम नाम की लूट मची हे लूट सके तो लूट और इस लूट में सरकार और सरकार की सभी एजेंसियों की मों सहमती बनी हुई हे .
सरकार ने एक तरफ मोबाइल कम्पनियों से मिलकर अरबों रूपये का टू जी स्पेक्ट्रम घोटाला किया और फिर कम्पनियों को उपभोक्ताओं से लूट की छुट दे दी हे देश में इन दिनों मोबाइल कंपनियों की लूट पर ट्राई और दूसरी एजेंसियों ने इस लूट को रोकने के लियें कोई कार्यवाही नहीं की हे टाटा हो चाहे बी एस ऍन एल हो चाहे दूसरी कम्पनियां हो सभी लोग अनचाहे कोल अनचाहे मेसेजों से जनता को दुखी किये हुए हें इतना हो तो ठीक हे लेकिन अब खुद मनमानी बिलिंग और पोस्ट पेड़ ग्राहकों से अनावश्यक मनमानी कटोती का काम तेज़ी से चल रहा हे कोई भी कम्पनी ग्राहक के रूपये डलवाते ही बिना कोल करे खत्म कर देती हे अव्वल तो इसका कोई शिकायत केंद्र नहीं हे और अगर कम्पनी तक कोई पहुंच भी जाए तो वोह कहते हें के हेड ऑफिस से बात करों हमारा कोई लेना देना नहीं हे फिर भी महीनों इस कटोती को रोकने में लग जाते हे और ग्राहक जो सेवा नहीं चाहता हे वोह सेवा उसे देकर जबरन कटोती की जाती हे शिकायत पर कहते हें के आप से गलती से कोई बटन दब गया होगा और लूट का यह सिलसिला टाटा इंडिकोम से लेकर बी एस ऍन एल सहित सभी मोबाइल कम्पनियों में तेज़ी से चल रही हे और एक दिन में विभिन्न ग्राहकों से करोड़ों रूपये इस बेईमानी से लूट कर कम्पनियां अपना घर भर रही हें और सरकार सरकार की एजेंसी ट्राई संचार विभाग इस मामले में हमजोली बना हे और कम्पनियों से फिल गुड लेकर इसके अधिकारी मूकदर्शक बन गये हें ऐसी कम्पनियों के खिलाफ लोकल स्तर पर कार्यवाही का मंच बनना चाहिए ताकि कम्पनी के दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही हो सके ............. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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