हिम्मते मर्दां मददे खुदा ,आखों ने साथ नहीं दिया तो क्या प्रशासनिक नोकरी में तो अव्वल हैं
शुक्रवार, 29 अप्रैल 2011
हिम्मते मर्दां मददे खुदा ,आखों ने साथ नहीं दिया तो क्या प्रशासनिक नोकरी में तो अव्वल हैं
जी हाँ दोस्तों एक कहावत हिम्मते मर्दां मददे खुदा यानी अगर कोई भी हताश निराश आदमी मर्दों की तरह हिम्मत कर ले तो उसमे कामयाबी के लियें खुदा उसकी मदद करता है , राजस्थान में जयपुर के आकाशदीप अरोड़ा के साहस के आगे प्रक्रति और सभी रोड़े हार गए और आज आकाशदीप राजस्थान प्रशासनिक सेवा अधिकारी परीक्षा में बारहवे नम्बर पर आकर राजस्थान के आकाश का सितारा बना है .
दोस्तों जरा सोचो एक मासूम बालक जिसने जयपुर स्थित राजापार्क में अक डोक्टर एस पी अरोड़ा के यहाँ जन्म लिया हो और उनकी माँ चाँद अरोड़ा इस आकाश को संभाल रही हों अचानक काल के क्रूर हाथ उठते है और एक मासूम आकाश की आँखों की ज्योति छीन ली जाती है ,पिता डॉक्टर थे लेकिन आकाशदीप निराश और हताश नहीं हुए अपने पिता और माँ की ताकत पर उन्होंने ब्रेल पद्धति से शिक्षा प्राप्त की और फिर आर ऐ एस यानी राजस्थान प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में हिस्सा लिया उनके आस पास के लोग उनकी इस तय्यारी पर मन ही मन उनका मजाक उढ़ाते थे लेकिन प्रक्रति के क्रूर हाथों ने जहां आकाश की आंक्नों की ज्योति छीन ली थी वहीँ उन्हें और परिवार को एक हिम्मत एक जोश दिया था और पत्नी,पिता मान बच्चों के सहारे हिम्मत से आकाश दीप ने वोह सब कर दिखाया जो असंभव था यानी आकाशदीप ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा में बारहवीं रेंक प्राप्त कर सभी को चोंका दिया . एक आँखे खो चुके लडके के लियें इस स्थान पर आना लोगों के लियें चोकने की बात हो सकती है लेकिन दोस्तों आकाशदीप और उनके परिजनों के लियें यह चोकने वाली बात नहीं थी उन्हें खुद की महनत पर भरोसा था और इसीलियें उन्होंने बाज़ी मार ली .. आकाश दीप ने जिन प्रिश्तियों में परीक्षा पास की है वोह राजस्थान के लियें ही नहीं बलके पुरे देश के नोजवानों के लियें एक सबक है ................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
2 comments:
आकाश जैसे हिम्मती और दृढ संकल्प वाले लोगो को मंजिले तो मिल ही जाती हैं. ऐसे लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिए.
PRERNAPRAD.
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ब्लॉdग समीक्षा की 12वीं कड़ी।
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