हिंदी ब्लॉगिंग यानी सफ़र जोश का ख़ुशी जीत की...
शनिवार, 10 सितंबर 2011
कुल मिलाकर देखा जाए तो सामाजिक सरोकार से लेकर तमाम विषयों को व्यक्त करने की दृष्टि से सार्थक ही नहीं सशक्त माध्यम बनती जा रही है यह हिंदी ब्लॉगिंग । आज हिंदी ब्लॉगिंग एक समानांतर मीडिया का रूप ले चुकी है और अपने सामाजिक सरोकार को व्यक्त करने की दिशा में पूरी प्रतिबद्धता और वचनबद्धता के साथ सक्रिय है । आज अपनी अकुंठ संघर्ष चेतना और सामाजिक-साहित्यिक-सांस्कृतिक हिंदी ब्लॉगिंग यानी सफ़र जोश का ख़ुशी जीत की...
1 comments:
अच्छा आलेख...सारगर्भित...
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