प्रबलेस की एक ऐतिहासिक घोषणा
शनिवार, 21 मई 2011
प्रगतिशील ब्लॉग लेखक संघ एक ऐसा अंतर्राष्ट्रीय मंच है जहां हम आपके प्रगतिशील विचारों को सामूहिक जनचेतना से जोड़कर हिंदी की समृद्धि की दिशा में कार्य करते हुए उसे एक नया आयाम देने की कोशिश कर रहे है .....हम इस सामूहिक ब्लॉग से वरिष्ठ और अनुभवी चिट्ठाकारो को जोड़कर उनके माध्यम से नए और प्रतिभावान लेखकों/चिट्ठाकारों को अंतर्राष्ट्रीय फलक पर खुलकर अपनी चिंतनधारा को प्रवाहित करने का अवसर प्रदान कर रहे हैं !
इसके लिए हम समय-समय पर देश के प्रमुख शहरों में गोष्ठी/सेमीनार और कार्यशालाओं के
आयोजन पर विचार कर रहे हैं, इन्ही उद्देश्यों की पूर्ति के अंतर्गत हम आगामी जुलाई-अगस्त महीने में प्रब्लेस के वार्षिक महाधिवेशन की तैयारियों में जुटे हैं ! यह एक दिवसीय अधिवेशन पटना या लखनऊ में आयोजित होंगे, जिसकी सूचना समय से दे दी जायेगी !
इस अवसर पर हम दो साहित्यिक विभूतियों के नाम पर क्रमश: फणीश्वरनाथ रेणु कथा सम्मान और आचार्य जानकीबल्लभ शास्त्री काव्य सम्मान देने पर विचार कर रहे हैं ! साथ ही सामाजिक जनचेतना से जुड़कर हिंदी ब्लॉगिंग को आयामित करने की दिशा में कार्य करने वाले ब्लॉगर हेतु प्रबलेस हिंदी ब्लॉग सम्मान देने पर भी विचार कर रहे हैं, जिसके अंतर्गत ११०००/- नगद, सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र आदि किसी विशिष्ट व्यक्ति द्वारा प्रदान किये जायेंगे !
फणीश्वरनाथ रेणु कथा सम्मान के लिए ग्रामीण शब्दावली में पारंगत एक ऐसे कथाकार-उपन्यासकार (पुरुष अथवा महिला )का चयन किया जाएगा, जिनके कथा संग्रह अथवा उपन्यास वर्ष-२०१० और २०११ के बीच प्रकाशित हुए हो !
आचार्य जानकीबल्लभ शास्त्री काव्य सम्मान के लिए एक ऐसे हिंदी कवि अथवा कवियित्री का चयन किया जाएगा, जिनके काव्य संग्रह वर्ष-२०१० और २०११ के बीच प्रकाशित हुए हो !
और प्रबलेस हिंदी ब्लॉग सम्मान के लिए ऐसे हिंदी ब्लॉगर (पुरुष या महिला ) का चयन किया जाएगा, जिनके हिंदी ब्लॉगिंग पर कोई सार्थक पुस्तक वर्ष-२०१० और २०११ के बीच प्रकाशित हुए हो !
तीनों सम्मान हेतु लेखक स्वयं अथवा लेखक के सृजनात्मक पक्ष से प्रभावित कोई भी व्यक्ति अनुमोदित कर सकता है , अनुमोदित पुस्तक प्रेषित करने की अंतिम तिथि है १५जून २०११ तथा प्रेषित करने का पता है :
मनोज कुमार पाण्डेय
संयोजक : प्रबलेस
फकीराना मिशन के उत्तर, बानूछापर, पो बानूछापर,
बेतिया,पश्चिम चंपारण-845438(बिहार)
अनुमोदित पुस्तक भेजने के बाद निम्नलिखित ई-मेल पर सूचना अवश्य प्रेषित करें :
pragatishilblogar@gmail.com
अनुमोदित पुस्तक भेजने के बाद निम्नलिखित ई-मेल पर सूचना अवश्य प्रेषित करें :
pragatishilblogar@gmail.com
3 comments:
बढिया आयोजन मगर हमारी तो कोई पुस्तक छपी नही है इसलिये हम तो इसमे शामिल हो नही सकते।
कार्यक्रम में तो शामिल हो सकती हैं आप ? आईये वहां आप स्वयं सम्मानित महसूस करेंगी !
अच्छी पहल है. शुभकामनाएँ. सम्मान व्यक्ति की रचनात्मकता को बढ़ाते है, उसे और अधिक जिम्मेद्दार बने रहने का हौसला देते है.
एक टिप्पणी भेजें