ग़ज़लगंगा.dg: खेल-तमाशे दिखा रहा है......
रविवार, 3 जुलाई 2011
खेल-तमाशे दिखा रहा है यारब क्या.हम धरती वालों से तुझको मतलब क्या.कुछ परदे के पीछे है कुछ परदे पर उसे पता है दिखलाना है कब-कब क्या.प्यार से जीना प्यार से मरना है प्यारे!हम इन्सां हैं और इन्सां का मज़हब क्या.जीना है तो आर-पार की जंग लड़ोघुट-घुट के जीने का आखिर मतलब क्या.
2 comments:
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ."कुछ परदे के पीछे हैं ,कुछ परदे पर ,उसे पता है दिखलाना है कब क्या क्या ."
प्यार से जीना , प्यार से मरना है प्यारे ,
हम इंसान हैं और इंसान का मज़हब क्या .
खूबसूरत अंदाज़ लिए हैं ये शैर .ज़िन्दगी का साज़ लिए है ये शैर .
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