कृष्ण को गुहार
रविवार, 21 अगस्त 2011
कहाँ खो गये हो मुरलीधर,
ढूंढ़ रहे हैं भारतवासी।जय घोषों से गूंजें मंदिर,
पर अंतर में गहन उदासी।
नारी की है लाज लुट रही,
नहीं द्रोपदी आज सुरक्षित।
मंदिर रोज नए बनते हैं,
पर मानव है छत से वंचित।
लाखों के अब मुकुट पहन कर,
विस्मृत किया सुदामा को क्यों?
व्यंजन सहस्त्र सामने हों जब,
कोदो सवां याद आये क्यों?
मुक्त करो अपने को भगवन
धनिकों के मायाजालों से।
मत तोड़ो विश्वास भक्त का,
मुक्त करो अब जंजालों से।
तुमने ही आश्वस्त किया था,
जब भी होगा नाश धर्म का।
आऊंगा मैं फिर धरती पर
करने स्थापित राज्य धर्म का।
बाहर आओ अब तो भगवन
मंदिर की इन दीवारों से ।
नहीं बनो रनछोड़ दुबारा,
करो मुक्त अत्याचारों से।
Kailash C Sharma
(http://sharmakailashc.blogspot.com/)
9 comments:
sarthak abhivyakti .
BHARTIY NARI
सुन्दर भावाभिव्यक्ति.आपको कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें
कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें !
हार्दिक शुभकामनायें आप सभी को कृष्ण जन्माष्टमी की…!
आज कुशल कूटनीतिज्ञ योगेश्वर श्री किसन जी का जन्मदिवस जन्माष्टमी है, किसन जी ने धर्म का साथ देकर कौरवों के कुशासन का अंत किया था। इतिहास गवाह है कि जब-जब कुशासन के प्रजा त्राहि त्राहि करती है तब कोई एक नेतृत्व उभरता है और अत्याचार से मुक्ति दिलाता है। आज इतिहास अपने को फ़िर दोहरा रहा है। एक और किसन (बाबु राव हजारे) भ्रष्ट्राचार के खात्मे के लिए कौरवों के विरुद्ध उठ खड़ा हुआ है। आम आदमी लोकपाल को नहीं जानता पर, भ्रष्ट्राचार शब्द से अच्छी तरह परिचित है, उसे भ्रष्ट्राचार से मुक्ति चाहिए।
आपको जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं एवं हार्दिक बधाई।
सशक्त बिंबों से सधी हुई सुंदर कविता....!
सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
बेहद सशक्त आह्वान
कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें।
भावों और शब्दों का सुंदर संयोजन....
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