प्रणव देश के १४ वें राष्ट्रपति :कृपया सही आकलन करें
गुरुवार, 26 जुलाई 2012
प्रणव देश के १४ वें राष्ट्रपति :कृपया सही आकलन करें
२६ जनवरी १९५० भारत में संविधान द्वारा गणतंत्र लागू किया गया और मई १९५२ में हुए प्रथम राष्ट्रपति के चुनाव में डॉ.राजेंद्र प्रसाद विजयी हुए और देश के प्रथम राष्ट्रपति बने मई १९५७ में हुए दूसरे चुनाव में भी डॉ.राजेंद्र प्रसाद ही देश के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए भले ही वे इस पद पर रहने वाले एक ही व्यक्ति थे किन्तु गणना की दृष्टि से देश के दूसरे राष्ट्रपति कहे जायेंगे और यदि देश के आंकड़ों में उनके सम्बन्ध में की गयी ये गणना सही की जाये तो अन्य आंकड़े स्वयं सही होते जायेंगे-
१ मई १९५२ राजेंद्र प्रसाद
२-मई १९५७ राजेंद्र प्रसाद
३-मई १९६२ एस.राधाकृष्णन
४ -मई १९६७ ज़ाकिर हुसेन
५ -अगस्त १९६९ वी.वी.गिरी
६ -अगस्त १९७४ फखुरुद्दीन अली अहमद ७ -जुलाई १९७७ नीलम संजीव रेड्डी
८ -जुलाई १९८२ जैल सिंह
९ -जुलाई १९८७ आर.वैंकेट रमण
१० -जुलाई १९९२ डॉ.शंकर दयाल शर्मा
११ -जुलाई १९९७ डॉ.के.आर.नारायणन
१२ -जुलाई २००२ डॉ.ए.पी .जे. अब्दुल कलाम
१३ -जुलाई २००७ श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल
और यदि इसी क्रमानुसार हम आकलन करें तो माननीय श्री प्रणव मुखर्जी देश के १४ वें राष्ट्रपति की गणना में आते हैं
और यही सही आकलन है क्योंकि यहाँ पद की बात हो रही न की व्यक्ति की और पद की दृष्टि से प्रणव मुखर्जी देश के १४ वें राष्ट्रपति हैं भले ही व्यक्ति वे १३ वें हो.
शालिनी कौशिक
[कौशल ]
1 comments:
आपके दिये तर्क से सहमत हूँ !
कारगिल युद्ध के शहीदों को याद करते हुये लगाई है आज की ब्लॉग बुलेटिन ... जिस मे शामिल है आपकी यह पोस्ट भी – देखिये - कारगिल विजय दिवस 2012 - बस इतना याद रहे ... एक साथी और भी था ... ब्लॉग बुलेटिन – सादर धन्यवाद
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