सोचते रहो ...
शनिवार, 26 फ़रवरी 2011
दोस्तों सडक पर चलने के लिए स्पीड की पाबंदी है
बैंकों में रूपये रखने की सशर्त पाबंदी है
परीक्षाओं में वक्त की पाबंदी है
मकान बनाने में मंजिलों की पाबंदी है
लेकिन अच्छा सोचने अच्छा करने पर कोई पाबंदी नहीं है
तो फिर दोस्तों !
आओ हम देश और समाज के लिए अच्छा सोचें अच्छा करें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
3 comments:
दोस्तों,अच्छा सोचने अच्छा करने पर कोई पाबंदी नहीं!
बहुत खूब अख्तर जी।
bilkul sahi baat
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