आई सखी आई होली
सोमवार, 25 मार्च 2013
आई
सखी आई होली
कभी
द्दारे,कभी चौबारे
पिय
नैनों से करे इशारे,
जाग्रत
हुई,अभिलाषा सारी
मौन
हुई भाषा सारी,
फागून
बोला, जब प्रेम की बोली
आई
सखी आई होली
टेसू
से लाल हुये,
बिन
रंगे गोरी के गाल,
नेह
रंग भर भर पिया ने
तन
मन पर दिया डाल
सुख
दुख सांझा है,अपना
वो
मेरे और मैं उनकी हमजोली,
आई
सखी आई होली
1 comments:
.बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति आपको होली की हार्दिक शुभकामनायें होली की शुभकामनायें तभी जब होली ऐसे मनाएं .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MAN
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